अमीर संग कीड़े Praduman Amit 4 years ago हुस्न के बाजार में ए “मीर” हम चले थे, अपने जख़्म के मरहम खोजने के लिए। किसी ने जहरीली मुस्कान लिए कहा, अमीर संग कीड़े कब बने एक दूजे के लिए।।