आज मन उदास था
बेसब्री से इंतजार था
बीस साल पहले
सबको पोस्टमैन का
मां को मामा की
चिट्ठी का होता था,
ठीक वैसे ही
आज कवि को
उसकी रचना पर
आप सबकी
समीक्षा का
बेसब्री से इंतजार था।।
😊😊🙏
आज मन उदास था
बेसब्री से इंतजार था
बीस साल पहले
सबको पोस्टमैन का
मां को मामा की
चिट्ठी का होता था,
ठीक वैसे ही
आज कवि को
उसकी रचना पर
आप सबकी
समीक्षा का
बेसब्री से इंतजार था।।
😊😊🙏