मालूम हैं मुझे के में ना खरा उतरा
तेरी आस्मानी उम्मीदो के पैमानों पर
हाँ मैँ ही तुझे यह समझा ना पाया
इंसानो को नही तौलते खुदा के पैमानों पर
…… यूई
मालूम हैं मुझे के में ना खरा उतरा
तेरी आस्मानी उम्मीदो के पैमानों पर
हाँ मैँ ही तुझे यह समझा ना पाया
इंसानो को नही तौलते खुदा के पैमानों पर
…… यूई