इश्क के बाजार में parul sharma 8 years ago इश्क के बाजार में दिल की तिजारत यूँ हुई सपनों के बदले नींद गयी बङी हिफाजत से रखा था प्यार दिल में रूह,दिल,नजर दिमाक आ गये हिरासत में खामोशी की लब्जों से बागाबत यूँ हुई || ** ” पारुल शर्मा ” **