इश्क़ अधूरा है क्यों अब तलक हमारा
उजालों को नफरत है क्यों, फैला है अँधेरा
इश्क़ में जलकर, चलो चांदनी रात करें
आओ हम मोहब्बत क़ी बात करें
इश्क़ अधूरा है क्यों अब तलक हमारा
उजालों को नफरत है क्यों, फैला है अँधेरा
इश्क़ में जलकर, चलो चांदनी रात करें
आओ हम मोहब्बत क़ी बात करें