समुंदर में रह कर भी तूं प्यासा क्यों है
अरमानो भरा प्यार पाकर उदासा क्यों है
उदासी अपनी की वज़ह तो बता इक बार
तमाम खुशियाँ जीवन की दूँ तुझ पे वार
……यूई
समुंदर में रह कर भी तूं प्यासा क्यों है
अरमानो भरा प्यार पाकर उदासा क्यों है
उदासी अपनी की वज़ह तो बता इक बार
तमाम खुशियाँ जीवन की दूँ तुझ पे वार
……यूई