Site icon Saavan

उस तक बात

उस तक बात नहीं पहुँचती आजकल
ब्लॉक है सब जगह
बात हुए अरसा हो गया
कभी कभी देखता हु सपनो मे
वही मेरा औकात है
ऐसा उसने कहा था

कुछ लोग साथ होते है
कुछ भी एक्सपेक्ट नहीं करते
कुछ लोग बस छोड़ जाने के लिए होते है
क्यों की तुम उनके स्टेटस जात धर्म
या घर की पसंद नहीं होते हो

ज़िन्दगी लम्बी नहीं
खुशुनुमा होनी चाहिए
कोई ईगो नहीं कोई घमंड नहीं
बस खुशी खुशी कटनी चाहिए
जो भी घुटन का अहसास तुम्हे कराए
उसे उसके मुकदर पर छोड़ दो

कर्मा कुछ होता है तोह वैट करो
कभी तेरा सिक्का भी चलेगा
बस रब से यही दुआ करता हु
की खोकला ना हो जाऊ
और उस वक़्त तक रहू
की वोह कहे काश हम उनके साथ होते

Exit mobile version