ए वक्त अब उससे दुर ना कर ।

ए वक्त अब उससे दुर ना कर ,
ए वक्त इतना मुझे मजबुर मत कर।
वरना टुट जाऊँगी,
उसके बिना मुझे उससे इतन दुर ना कर,
क्योकि उसके साथ जीना फुलवारी लगता,
उसके साथ चले बिना मरना भी भारी लगता,
नींद आती मगर उसके बिना मै सो नही पाता,
मेरे आँख से कोई पुछ उसके याद मे अपना सारा अश्क निचोड़ डाला।
ए वक्त मुझे इतना मजबुर ना कर।।

ज्योति
मो न० 9123155481

Related Articles

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्‍कार दोस्‍तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…

Responses

+

New Report

Close