ओस की बूंदें Geeta kumari 4 years ago ऐ दोस्त, आंख से ओस की बूंदें न गिराना , हम देखना चाहें फ़कत तेरा मुस्कुराना , अश्क आएं तो कह देना उनसे.. यहां तो है किसी और का ठिकाना