Site icon Saavan

किरदार

जटिल है किसी को पूर्णतः समझना 
अस्थिरता रहती है सबके जीवन में

क्यों मानक तय करना किसी के लिए
गुज़रता है हर कोई अलग संघर्षों से

हर शख्स में दो किरदार जीवित हैं 
अपनी सच्चाई अपने ही साथ है 

हम किस किरदार को जीना चाहते हैं 
ये निभाना भी सिर्फ अपने हाथ है 

कोई इतना अनुभवहीन नहीं यहाँ 
हर बंदा परिपक्व ही दिखता है 

विचारों में भिन्नता हो भी तो क्या 
ज़रा सा संभल रिश्तों को जीवित रखता है

Exit mobile version