रोकर खुद वो दूसरों को हंसाता है,
देखो वो जोकर कैसे अपना किरदार निभाता है,
सहज नहीं होता होगा यूँ,
अपने दर्द छुपाना,
कितना मुश्किल होता होगा ये किरदार निभाना,
हरगिज़ नहीं है ऐसा के आता नहीं उसे फरियाद जताना,
उसने तो सीखा है बस खुदा का दिया हुआ किरदार निभाना॥
राही (अंजाना)