निर्विरोध मास्क लगाना है।
नहीं कोरोना से घबराना है।।
अनावश्यक बाहर नहीं जाना है।
घर में रहकर कोरोना को हराना है।।
कोरोना भागेगा एक दिन
ऐसा मन में रख विश्वास।
बृक्षों लगा रे विनयचंद
पाओगे परिशुद्ध तु साँस।।
निर्विरोध मास्क लगाना है।
नहीं कोरोना से घबराना है।।
अनावश्यक बाहर नहीं जाना है।
घर में रहकर कोरोना को हराना है।।
कोरोना भागेगा एक दिन
ऐसा मन में रख विश्वास।
बृक्षों लगा रे विनयचंद
पाओगे परिशुद्ध तु साँस।।