Site icon Saavan

क्यों इतने दुःख सह्ता तूं

कह्ते हैं सब में रह्ता तूं

क्यों इतने दुःख सह्ता तूं

क्या इससे बेहतर काम नही

या हममें तुझको मान नही

 

….. यूई

Exit mobile version