क्यों न आया बलम हरजाई Pt, vinay shastri 'vinaychand' 4 years ago सावन भी आया अमावस भी आई। रिमझिम फुहार संग पावस भी आई।। बागों में , खेतों में छाई हरियाली। हाथों में मेंहदी भी मैंने रचा ली।। दिल के उपवन ने झूला लगाया। मन के संदेशा से तुझको बुलाया।। क्यों न आया बलम हरजाई मैंने रो रो के रतिया बिताई।।