तुझे पाने वाला ख़ुद का नसीब कहता है
लुटने वाला ख़ुद को बदनसीब कहता है
हैं दोनों ही तेरी राह् के भटके मुसाफिर
तूँ तो दोनों को ख़ुद की औलाद कहता है
…… यूई
तुझे पाने वाला ख़ुद का नसीब कहता है
लुटने वाला ख़ुद को बदनसीब कहता है
हैं दोनों ही तेरी राह् के भटके मुसाफिर
तूँ तो दोनों को ख़ुद की औलाद कहता है
…… यूई