ख्वाब – 12 UE Vijay Sharma 10 years ago ख्वाब तो फिर ख्वाब है एक उमर उनकी है तयशुदा टूटते कितने है हर रोज़ यहां जमते भी हैँ कितने रोज़ यहां …… यूई