ख्वाब – 4 UE Vijay Sharma 8 years ago कुछ ख्वाब कभी रुक जाते हैँ ता-उमर बना घर पलकों तले हां बाहर से वोह दिखते नही अन्दर से पल पल तड़पाते है …… यूई