चल कहीं नदिया किनारे,
प्रिय नयन,सुन्दर चितवन
नैनों में दमके,तेरे काजल
है मेरा मन ऐ पागल
जब बजती तेरी पायल
झूमे जहाँ बस चाँद तारे
-विनीता श्रीवास्तव(नीरजा नीर)-
चल कहीं नदिया किनारे,
प्रिय नयन,सुन्दर चितवन
नैनों में दमके,तेरे काजल
है मेरा मन ऐ पागल
जब बजती तेरी पायल
झूमे जहाँ बस चाँद तारे
-विनीता श्रीवास्तव(नीरजा नीर)-