तेरे हाथ की हथेली पर मैं
क्या उपहार की भेंट करूँ
काबिल नहीं हूं इतना मैं आज
जो तुझको कुछ भेंट करूँ।
देने को बस मेरे पास में
तुझको प्यार और सम्मान है
प्रार्थना है बस इतनी ईश्वर से
आशीषों से वर्षा फुहार करें।
उम्र तेरी हो इतनी लंबी
जितनी सूर्य से पृथ्वी है
पैरों में हो फूलों की चादर
काँटों से कभी न पार करें।
आज आपके जन्मदिवस पर
बस इतनी सी है अभिलाषा
रहो सदा खुश अपने जीवन में
गमों का कहीं न नाम रहे।।