“झूठी मुस्कान” Pragya 3 years ago अभिनय की इस परंपरा को मैंने अब तक खूब निभाया दिल के आंसू छुपा लिया और झूठी मुस्कान से सब को रिझाया बात बना ली, जख्म छुपाए रात-रात भर नींद ना आए चंदा से आंख मिचोली करके खेल-खेल में उसे हराया।।