तक़दीर अपनी अपनी Praduman Amit 3 years ago पत्थर से फूल पे ,यों न वार कीजिये जरा सोच समझ के एतवार कीजिये हमारे इशारे पे ही घटा रंग बदलते है कोई कोई तो कुर्बान भी हो जाते है टक्कर देना तुम्हें आया ही कब था बर्बाद हो गए तो यह तुम्हारा नसीब था