तारीफ न सही Pragya 4 years ago तारीफ़ न सही तो आलोचना ही कर दिया करो, गर हो गये हो गूंगे तो इशारा ही कर दिया करो। सयाने बनकर देखते हो तुम चलन सारे जमाने का … गर चुप ही रहना है तो निगाहें नीची कर लिया करो।