ज़िस्म मेरे की खुशबू ने किया था पागल तुझको
या मेरी रूह की महक ने किया था दीवाना तुझको
उठा कर देख ख़ुद का आइना, फिर बता खुद्को
तेरी बेचैनियों से मिल जाएगी शायद राहत तुझको
…… यूई
ज़िस्म मेरे की खुशबू ने किया था पागल तुझको
या मेरी रूह की महक ने किया था दीवाना तुझको
उठा कर देख ख़ुद का आइना, फिर बता खुद्को
तेरी बेचैनियों से मिल जाएगी शायद राहत तुझको
…… यूई