महिला दिवस पर प्रत्येक महिला को समर्पित ये छोटा सा लेख।।
तेरी शान से ही तो हर पल मेरी शान है,
जहाँ-जहाँ तू कदम रखे वहाँ मेरा सम्मान है,
निःस्वार्थ भाव से सेवा करके
तू माँ होने का बख़ूबी अर्थ समझाती है,
तो बेटी के रूप में ईश्वर का अस्तित्व दिखलाती है,
जब तू ब्याह कर नए घर में आती है,
तब मानो उस घर की तक़दीर ही बदल जाती है,
तिरंगा को ऊँचा करके तू देश को गर्व कराती है,
विपदा से निपटने के लिए तू ज्वाला सी बनकर डटी रही,
चाँद को तूने जीत लिया, मेहनत में हर पल तू लगी रही
तेरे दिन-रात मेहनत की दुनिया पूरी सानी है,
एक महिला के रूप में सृष्टि तुझको जानी है
तेरे इस रुतबे को मैं हर पल सलाम करता हूँ
महिला दिवस क्या मैं हर दिन तुझको प्रणाम करता हूँ।।
-मनीष