दरीचों से झाकती ये ज़िंदगी rajesh arman 8 years ago दरीचों से झाकती ये ज़िंदगी सड़को पर भागती ये ज़िंदगी हर तरफ फैली है चिंगारियां, , लम्बे क़दमों से लांघती ये ज़िंदगी राजेश ‘अरमान’