दादी पोते के बीच का रिश्ता बहुत अजीब देखा है,
किस्से कहानियों का भी रूप मैने सजीव देखा है,
सफेद बाल मुलायम खाल का स्पर्श सच्ची याद है मुझे,
बिन दाँतों वाली दादी को मैने भी अपने करीब देखा है।।
राही (अंजाना)
दादी पोते के बीच का रिश्ता बहुत अजीब देखा है,
किस्से कहानियों का भी रूप मैने सजीव देखा है,
सफेद बाल मुलायम खाल का स्पर्श सच्ची याद है मुझे,
बिन दाँतों वाली दादी को मैने भी अपने करीब देखा है।।
राही (अंजाना)