दीपों की माला को देखो कैसे सज्जित होती हैं।
चारों तरफ उजाला कारके बस यही प्रज्वलित होती हैं ।
खोकर राग द्वेष को ये चारों तरफ सुगंधित होती हैं।
दीपो की माला को देखो कैसे सज्जित होती हैं।
दीपों की माला को देखो कैसे सज्जित होती हैं।
चारों तरफ उजाला कारके बस यही प्रज्वलित होती हैं ।
खोकर राग द्वेष को ये चारों तरफ सुगंधित होती हैं।
दीपो की माला को देखो कैसे सज्जित होती हैं।