Site icon Saavan

दुनियां जो कहती, कहने दे

ओ कर्मनिष्ठ! तू दुःखी न हो
खुद की क्षमता की कर पहचान
दुनियां जो कहती, कहने दे
उसकी बातों को मत दे कान।

Exit mobile version