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*धूप हवा और चाँदनी*

मेरे घर के सामने वाले पड़ोसी ने,
अपने घर की इमारत ऊंची उठाई।
घर उनका है मैं कुछ कह भी ना पाई,
पर मेरे आंगन की धूप हवा और
चांदनी ने मुझसे शिकायत लगाई,
फ़िर मैंने बोला उनको,
मत करो इमारत की इतनी लंबी परछाई
मेरे आंगन की दौलत पर,
ना डालो बुरी नज़र
ये धूप ये हवा यह चाँदनी,
मेरे मन को बहुत सुहाई
____✍️गीता

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