नजर हो
यदि कभी टेढ़ी
विधाता की तुम्हारे पर,
उन्हें बस हाथ जोड़े तुम
जरा प्रणाम कर लेना,
सभी कुछ आपका ही है
यही कह सिर झुका लेना।
नजर हो
यदि कभी टेढ़ी
विधाता की तुम्हारे पर,
उन्हें बस हाथ जोड़े तुम
जरा प्रणाम कर लेना,
सभी कुछ आपका ही है
यही कह सिर झुका लेना।