ना जाने कब सुबह आएगी Rohan Sharma 9 years ago किसी की आह में हम खोए हैं ना जाने कब वो नज़र आएगी एक रात की पनाह में सोये हैं ना जाने कब सुबह आएगी पूछो तो सासों के सुर बता सकता हूं ना रूप, ना रंग, ना हाल बता सकता हूं ना नाम, ना पता बता सकता हूं मगर पूछो तो धडकन क़ी ताल बता सकता हूं