निस्सहाय की सहायता करूं… Pragya 3 years ago हे प्रभु इतना दे मुझे, ना फैलें किसी के आगे हाथ देने को आतुर रहें हर मानव का साथ, हर मानव का साथ मैं दूं आगे बढ़-चढ़कर निस्सहाय की सहायता करूं मैं हँस हँस कर जो मांगे मेरी रोटी तो दे दूँ थाली भले ही मेरा पेट रहे बिल्कुल खाली।।