बात करूँगा दिल से, दिल को,
छू कर जाने वालों की,
आजादी की जंग में शामिल दिलवाले दीवानों की,
आजाद,भगत सिंह, राज गुरु और झांसी वाली रानी की,
बात करूँगा दिल से, दिल को,
छू कर जाने वालों की,
स्वतंत्र राज, गणतन्त्र मन्त्र की माला जपने वालों की,
लोकतन्त्र के हित में जमकर मन्थन करने वालों की,
बात करूँगा दिल से, दिल को,
छू कर जाने वालों की,
2 वर्ष 11 माह दिन 18 में
संविधान की रचना करने वाले की,
संसद् पर अपनी शान तिरंगा, प्रथम फहराने वालों की,
मूल बीज मौलिक अधिकारों का बोध कराने वालों की,
बात करूँगा दिल से, दिल को,
छू कर जाने वालों की,
ये बेला है शहीदी के रंग से माँ का चोला रँगने वालों की,
गणतंत्र दिवस की मशाल समय पर हाथों में उठाने वालों की,
बात करूँगा दिल से, दिल को,
छू कर जाने वालो की।।
~ राही (अंजाना)