बापू तुम्हारे सपनों को हम साकार करेंगे।
हम हिन्द के हैं बालक सेवादार बनेंगे।। इसे प्यार करेंगे।।
मूल मंत्र जो दिया आपने, सत्य अहिंसा का सबको।
अपनाऐंगे हम जीवन में, जीवन को साकार करेंगे।।
हम हिन्द के हैं बालक सेवादार बनेंगे।। इसे प्यार करेंगे।।
पहले सेवा करूँ पिता का और माता का मन से।
फिर जन-जन का सेवक बनकर परोपकार करेंगे।।
हम हिन्द के हैं बालक सेवादार बनेंगे।। इसे प्यार करेंगे।।
तन-मन को हम निर्मल करके घर बाहर हम साफ करे।
स्वच्छ -स्वस्थ भारत हो अपना ऐसा ही व्यवहार करेंगे।।
हम हिन्द के हैं बालक सेवादार बनेंगे।। इसे प्यार करेंगे।।
पढ़े -लिखें और नेक बनें हम देश धर्म के ख़ातिर।
‘विनयचंद ‘बापू के बचन को दिल अंगीकार करेंगे।।
हम हिन्द के हैं बालक सेवादार बनेंगे।। इसे प्यार करेंगे।।
बापू तुम्हारे सपनों को साकार करेंगे।। कर्णधार बनेंगे।।
पं़विनय शास्त्री ‘विनयचंद ‘
बस्सी पठाना
पंजाब