बेमोल थे जो झूठे बाज़ार में राही अंजाना 6 years ago बेमोल थे जो झूठे बाज़ार में, वो सारे साहूकार बिक गए, मैं अनमोल ही था सच है,जो मेरा कोई मोल न लगा।। – राही (अंजाना)