Site icon Saavan

भूख

भूख जब आती है
तन मन में हलचल मचाती है भूख को
जिंदा रखने के लिए
दुनिया क्या क्या नहीं खाती
भूख जब भूखी रह जाती है
शैतान, हैवान बन जाती है
भूख मिटाने के लिए
शरम और इज्जत भी खाती है
डाकू, आतंकी बनाती है
मगर भूख जब ईमानदारी से मिट जाती है
इंसान को भगवान् बनाती है
भूख मरी तो मर जाएगा जीव इसलिए इसका
जिंदा रहना जरूरी है
कितना भी खाओ भूख रहती
अधूरी है

Exit mobile version