Site icon Saavan

मंजिल का रास्ता

हम जब भी थके तो मंजिल को पास बुला लिया।
कूछ रास्ता हमने तय किया तो कूछ मंंजिल ने,
दोनों ने मिलकर अपना तकदीर बना लिया।।

Exit mobile version