तेरी खुशी के लिए
मंदीर-मस्जिद भटका हूँ।
तेरी तन्हाई में
पल-पल तड़पा हूँ।
तु मिल तो सही एक बार
इस पागल दिवाने से।
तेरे एक मुलाकात को
जन्मों-जन्मों का तरशा हूँ।
तेरी खुशी के लिए
मंदीर-मस्जिद भटका हूँ।
तेरी तन्हाई में
पल-पल तड़पा हूँ।
तु मिल तो सही एक बार
इस पागल दिवाने से।
तेरे एक मुलाकात को
जन्मों-जन्मों का तरशा हूँ।