मुकाम ए जिंदगी Anjali Gupta 4 years ago क्या मंजिले इतनी जरूरी हैं कि रास्तों की कद्र न हो? मुकाम ए जिंदगी पर तो हे दोस्त राहे ही पहुंचाती हैं!