मुक्तक महेश गुप्ता जौनपुरी 5 years ago फूल लताओं को समेट कर रखता मेरा गांव , नल कूप को सहेज कर रखता मेरा गांव , रिस्ते को मदमस्त खुशहाल रखता मेरा गांव , मिट्टी की खुशबू को सहेज कर रखता मेरा गांव , महेश गुप्ता जौनपुरी