मेरी कविता.. Geeta kumari 4 years ago सावन पर कविताओं की बहार छाई है मेरी कविता अभी तो ना तैयार होके आई है। कहती है थोड़ा और बन संवर लूं … अच्छी सी दिखूंगी थोड़ा और निखर लूं । सब को लिखते देख ,मेरा मन मचल उठा, कविता बोली रुक जा, अभी बहुत रात हो आई है । ………….✍️गीता…..