डरते डरते ही सही मैनें आखिर वो बात कह ही दी
जो लफ़्जों में कभी ढल ना सके वो अहसास आज बयां हो ही गये
मगर दिल अभी भी गमगीन सा बैठा हुआ है
जो मैनें कहा है, वो उसने समझा भी है या नहीं||
डरते डरते ही सही मैनें आखिर वो बात कह ही दी
जो लफ़्जों में कभी ढल ना सके वो अहसास आज बयां हो ही गये
मगर दिल अभी भी गमगीन सा बैठा हुआ है
जो मैनें कहा है, वो उसने समझा भी है या नहीं||