विदाई Satish Chandra Pandey 3 years ago नाजों से पाली बिटिया के विवाह का अवसर विदाई का पल, वह रोक नहीं सका अपने आँसू। दो आँसू क्या निकले, भभक भभक कर रोने लगा, याद आने लगे बिटिया के बचपन के पल, कितना पापा पप्पा करती थी। आज दुल्हन बन चली अपने घर। देखता रह गया वह राह।