शय नही कोई मुकम्मल इस जहां में
कमी ढूंढ़ोगे जो एक किसी शय में
दिखेंगी हजार तुम्हे वो उस शय में
खुशी ढूंढ़ोगे जो तुम उसी शय में
देगी वोह शय लूटा ह्ज़ार तुमपे
…… यूई
शय नही कोई मुकम्मल इस जहां में
कमी ढूंढ़ोगे जो एक किसी शय में
दिखेंगी हजार तुम्हे वो उस शय में
खुशी ढूंढ़ोगे जो तुम उसी शय में
देगी वोह शय लूटा ह्ज़ार तुमपे
…… यूई