दीवाली के दीप जले,
हर-घर में ख़ुशहाली हो
अपनों का प्यार मिले,
ऐसी मंगल दीवाली हो
जगमग-जगमग दीपों की माला
चारों ओर करे उजाला,
खुशियों की मुख पर लाली हो
नीरोग रहें सभी जन,
ऐसी शुभ दीवाली हो
आंगन में सजी रंगोली हो,
मां लक्ष्मी भी आकर बोली हो,
इस घर से ना जाऊं इस बार
सजाया कितना सुन्दर घर-द्वार,
दीपों से सजी मेरी थाली हो,
ऐसी मोहक दीवाली हो
पकवानों से घर महके,
आशीष मिले बुजुर्गों से,
मां लक्ष्मी के आशीषों से
कोई भी घर ना खाली हो
ऐसी सुन्दर दीवाली हो ।
*****✍️गीता