सर पे रहे पिता का साया Suman Kumari 3 years ago अंगुली पकङ चलना सिखाया गिर-गिर कर संभलना सिखाया मुश्किलों में भी हंसना सिखाया भय-स्नेह से सही-ग़लत में भेद बताया हर दांव-पेंच को समझना सिखाया इस जीवन से परिचय करवाया मुझे इस धरा पर इक पहचान दिलाया क़िस्मत के धनी सिर पे जिनकी पिता का साया