सिमट गया चंद लफ़्जों में आज Ajay Nawal 9 years ago सिमट गया चंद लफ़्जों में आज सिमट गया चंद लफ़्जों में आजढल गये अहसास कुछ अश्कों मे आजकहने को तमाम जिंदगी का तजूर्बा है मेरे पाससुनने वाला कोई भी नही है आज |