ज़हर इस तरह घुला जिंदगी में Sridhar 8 years ago ज़हर इस तरह घुला जिंदगी में हर गूंठ में मुहं कढवा होता गया| बारिशों का तो आना जाना नहीं अरसे से सूखे से रिश्ता हमारा होता गया||