Site icon Saavan

ज़िन्दगी

इतनी भी नाराज़गी ठीक नहीं
की फासले उम्र भर का हो जाये
पल भर का जीना है यारों
बेगाने लोगों को छोड़ यहाँ अपनो से फुरसत नहीं।

Exit mobile version