।।संगित।

।।संगित।।
संगीत चलरहा है, हवा ओ मे
गजल गुंन गुना रही है फिजा घटाओ
संगीत चलरहा है हवा ओ मे
जी से सुनाई दे, वो सुनके मेहसूस करे खुशी ।
जो नही सुनपाए वो खुशियो से रहे परे, संगीत चलरहा है हवा ओ मे। गजल गुंन गुना ती हुइ फिजा मे अजीब सी मेहेक है,
एसे मौसम मे , केसे सभाले हम इस दिल को बेहक ने से,
बैहका बैहका सा है मन
संगित सज रहा है एसे जेसे सज रही हो दुल्हन इन
इन्ह बतो से मेहैक उठा है सारा मधूबन।।, संगीत चलरहा है हवा ओ मे गजल गुंन गुना रही है फिजा घटाओ मे संगीत चलरहा है हवा ओ मे ।।।।

Related Articles

।।संगित।

।।संगित।। संगीत चलरहा है, हवा ओ मे गजल गुंन गुना रही है फिजा घटाओ संगीत चलरहा है हवा ओ मे जी से सुनाई दे, वो…

प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्‍कार दोस्‍तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

कोरोनवायरस -२०१९” -२

कोरोनवायरस -२०१९” -२ —————————- कोरोनावायरस एक संक्रामक बीमारी है| इसके इलाज की खोज में अभी संपूर्ण देश के वैज्ञानिक खोज में लगे हैं | बीमारी…

Responses

+

New Report

Close